हिंदी भाषा
पाठ्यक्रम का औचित्य -
बी.ए / बी.कॉम /बी. एस सी भाग - एक
व्याकरण बुनियादी ज्ञान , सम्प्रेषण कौशल , सामाजिक सन्देश एवं भाषाई दक्षता को ध्यान में रखते हुए पाठ्यक्रम प्रस्तावित है। पल्लवन , पत्राचार, अनुवाद , पारिभाषिक शब्दावली , शब्द शुद्धि , वाक्य शुद्धि , कंप्यूटर हिंदी का अनुप्रयोग , मानक भाषा आदि महत्वपूर्ण अवधारणाओं से विद्यार्थी परिचित होंगे। साहित्यकारों की गद्य , पद्य रचनायें जिनमें मानवीय मूल्यों अभिव्यक्ति है। इन रचनाओं के संदेशों को ग्रहण कर विद्यार्थी कर्तव्य निष्ठ बन सकेंगे।
बी.ए / बी.कॉम /बी. एस सी भाग - दो
विद्यार्थी अनेक विद्वानों के लेख,व व्यक्ति परिचय के माध्यम अपने व्यक्तित्व का सर्वागीण विकास कर सकेंगे। हिंदी भाषा के व्याकरण का ज्ञान प्राप्त कर परिमार्जित भाषा का प्रयोग करने की क्षमता विकसित कर सकेंगे।
बी.ए / बी.कॉम /बी. एस सी भाग - तीन
विद्यार्थी साहित्यकारों की कृतियों में निहित राष्ट्र प्रेम , विपरीत परिस्थिति से जूझने की क्षमता आधुनिक सभ्यता की लाभ हानि , जनसंख्या वृद्धि के दुष्परिणाम , पर्यावरण प्रदुषण - कारण व निदान आदि प्रमुख विषयों को समझ कर उचित निर्णय लेने की क्षमता विकसित कर सकेंगे।
हिंदी भाषा के विभिन्न संरचनाएं , पत्र लेखन , अनुवाद और प्रतिवेदन लिखने की कुशलता अर्जित कर सकेंगे जिससे माध्यम वे हिंदी भाषा के भावों व विचारों का सशक्त सम्प्रेषण कर सकेंगे।